पश्चिम बंगाल में रात भर चली हिंसा के बाद सुबह शुरू हुआ अंतिम चरण का मतदान

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव

एनटी न्यूज़. 

कोरोना के बेकाबू संक्रमण और चुनाव आयोग की तमाम सख्तियों के बीच पश्चिम बंगाल में अंतिम चरण का मतदान गुरुवार सुबह शुरू हो गया. सुबह सात बजे से ही लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों पर उमड़ने लगे. हालाँकि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का यह अंतिम चरण भी हिंसा की घटनाओं से दूर नहीं रह पाया. मतदान से पहले बीती रात कई जगह मारपीट, बमबाजी और हिंसक घटनाएं होती रहीं. इसमें मुर्शिदाबाद में माकपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गयी. उधर, बीरभूम जिले के एक इलाके में रातभर बमबारी की घटना हुई.

विराज सागर दास की पहल : बस एक कॉल पर कोविड मरीजों के घर निःशुल्क पहुँचा रहे खाना

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में निर्देशों का उल्लंघन कर देर रात तक प्रचार 

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के इस अंतिम चरण के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी थी. वैसे तो चुनाव आयोग ने करीब एक सप्ताह पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में रैलियों, रोड शो और प्रचार पर रोक लगा दी थी. इसके बावजूद सोशल मीडिया, फ़ोन और व्यक्तिगत रूप से मिलकर नेता और कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में लगे रहे. आरोप तो यह भी है कि चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद कुछ राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में देर रात तक लगे रहे. 

18 साल से ऊपर वालों के लिए वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन शुरू, आप भी फ़ौरन करवाइए

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में हिंसक वारदातें

इसी बीच खबर मिली है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तहत मुर्शिदाबाद के डोमकल में तृणमूल उम्मीदवार की गाड़ी से टक्कर लगने के बाद माकपा के दो कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया. इनमें से एक की मौत हो गई है. माकपा का आरोप है कि नियमों को दरकिनार कर तृणमूल उम्मीदवार जफिकुल इस्लाम क्षेत्र में रात 11 बजे सभा कर रहे थे. इसी का विरोध किया गया तो उन्होंने अपनी गाड़ी से माकपा के दो कार्यकर्ताओं को कुचल दिया. इनमें से गंभीर रूप से घायल अब्दुल कादिर ने मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दम तोड़ा है. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है.

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मतदान में जगह-जगह हिंसक घटनाएँ

दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान में बर्दवान के म्यूरेश्वर में भारतीय जनता पार्टी के एजेंट को मतदान केंद्र के अंदर घुसने से रोक दिया गया था. आरोप है कि बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए थे जिसकी वजह से तनावपूर्ण हालात बने हुए थे. इधर काशीपुर-बेलगछिया जहां से मिथुन चक्रवर्ती मतदाता हैं वहां भाजपा के पोलिंग एजेंट को जेके मित्रा रोड में बने मतदान केंद्र में बैठने से रोका गया था. सूचना मिलने के बाद भाजपा उम्मीदवार शिवाजी सिंह रॉय मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे तृणमूल कार्यकर्ताओं को दौड़ाते हुए घर तक ले गए. बाद में भाजपा एजेंट को बैठने की अनुमति मिली. यह भी आरोप है कि भाजपा एजेंट का दस्तावेज भी फाड़ दिया गया था. 

कोरोना की निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट होगी तभी जा सकेंगे 2 मई को मतगणना केंद्र के अंदर

कहीं जान से मारने की धमकी, कहीं मारपीट  

बीरभूम जिले में भी चुनाव के साथ ही हिंसा की शुरुआत हो गई है. नानूर के बलूटी गांव में भाजपा कार्यकर्ताओं को बंदूक की बट से मारा पीटा गया है. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गांव वालों को भी जान से मारने की धमकी दी है. बेलियाघाटा में भी भाजपा एजेंट को मारा पीटा गया है. गुरदास कॉलेज के मतदान केंद्र पर सुबह के समय हिंसक हालात बन गए थे.

रात भर बमबाजी 

इसके अलावा बीरभूम जिले के नानूर में ही बेजरा गांव में रात भर बमबारी हुई है. 112 नंबर मतदान केंद्र पर तृणमूल कांग्रेस के पोलिंग एजेंट देवदास सरकार के घर हमले का आरोप भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगा है. हालांकि भाजपा का आरोप है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है. अगर कहीं हिंसा हुई है तो तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने किया है.

Be the first to comment on "पश्चिम बंगाल में रात भर चली हिंसा के बाद सुबह शुरू हुआ अंतिम चरण का मतदान"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*