मीडिया समीक्षाः मजबूरी सही मगर सरकार की मजम्मत बनी आज के अखबारों की जरूरत
मजबूरी ही सही मगर सरकार की मज्जमत लखनऊ के प्रमुख अखबारों की अज जरूरत बन गई. जो अखबार सरकार के आगे बिछ रहते थे उनको भी सुप्रीम कोर्ट की किसान आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणी के बाद सरकार के विरोध में कुछ न कुछ तो लिखना ही पड़ा.