लखनऊ: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतारा है। वहीं इस बीच 17 नवंबर को सपा प्रमुख अखिलेश यादव और डिंपल यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव से मिलने उनके आवास पहुंचे। (Mainpuri By Election)
उत्तर प्रदेश स्थित मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की. दीगर है कि डिंपल यादव को उपचुनाव में प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से ही शिवपाल सिंह का मनुहार जारी है.
उधर शिवपाल और अखिलेश की मुलाकात के बीच धर्मेंद्र यादव ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भी बहुत आए बहुत गए. यह चुनाव नेताजी को श्रद्धांजलि का चुनाव है. अध्यक्ष जी ने कहा कि हम लोग वोट की अपील कर रहे हैं. क्षेत्र बांटकर जिम्मेदारी बांट कर शिवपाल से अखिलेश की मुलाकात पर धर्मेंद्र ने कहा कि वो घर में रोज मिलते हैं. रघुराज शाक्य पर धर्मेंद्र ने कहा कि कृतज्ञता होती, तो इस चुनाव में सामने नहीं होते. केशव प्रसाद मौर्य सिराथू पर दिमाग लगाएं. (Mainpuri By Election)
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतारा है. वहीं भाजपा की ओर से रघुराज सिंह शाक्य मैनपुरी सीट से उपचुनाव के मैदान में हैं. मुलायम के निधन के बाद अखिलेश यादव मैनपुरी सीट पर हर हाल में अपना वर्चस्व बरकरार रखना चाहते हैं. वहीं किसी भी स्थिति में मैनपुरी सीट को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं.
लापरवाही नहीं करना चाहते अखिलेश
उधर, मैनपुरी में चुनाव पर बुधवार को शिवपाल और उनके समर्थकों के बीच एक बैठक हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि नेता जी के सम्मान में चुनाव में लगें. उन्होंने कहा कि मैं नेता जी के जाने के बाद कोई कलंक अपने शरीर पर नहीं लेना चाहता. नेता जी की आत्मा की शांति के लिये मैं अपमान सहने के लिये भी तैयार हूं. (Mainpuri By Election)
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वहीं आजमगढ़ उपचुनाव से सबक लेते हुए अखिलेश यादव अब मैनपुरी उपचुनाव में कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहते हैं. जिसे देखते हुए पार्टी ने बड़े स्तर पर रणनीति तैयार की है. मैनपुरी उपचुनाव के लिए एक वार रूम तैयार किया गया है. इस वॉर रूम की पूरी जिम्मेदारी सपा महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव को दी गई हैं. इस वॉर रूम को सैफई में प्रो राम गोपाल यादव के ही घर में बनाया गया है. ताकि इस पर उनकी पूरी नजर रह सके ये चुनावी वॉर रूम उनकी देखरेख में ही चलेगा.
इसके लिए अखिलेश यादव ने मेहनत करनी शुरू कर दी है. अखिलेश ने परिवार में एकजुटता लाने के लिए पूरी ताकत लगा दी. अपने चाचा शिवपाल यादव को साथ लाने के लिए वह पूरी कोशिश कर रहे हैं. पहले मैनपुरी सीट पर उपचुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट में प्रसपा चीफ शिवपाल सिंह यादव का नाम और अब अखिलेश की उनके साथ मुलाकात से पक्का हो गया है कि वह चाचा को मनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
चाचा भतीजे के रिश्ते को मजबूत करने की कोशिश
शिवपाल यादव के साथ अखिलेश के रिश्ते काफी समय से खराब चल रहे हैं. हालांकि 2022 के विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव सपा के साथ जरूर आए, लेकिन चुनाव के कुछ समय बाद फिर से चाचा भतीजे के रिश्तों में दरार पड़नी शुरू हो गई. यहां तक अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव को नसीहत तक दे डाली. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद एक बार फिर चाचा भतीजे के रिश्ते को मजबूत करने की कोशिश शुरू हो गई है.
डिंपल के नामांकन में भी नहीं पहुंचे थे शिवपाल
मुलाायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर उपचुनाव के लिए डिंपल यादव के नामांकन के दौरान अखिलेश यादव और सपा के महासचिव रामगोपाल तो मौजूद थे. पर चाचा शिवपाल यादव नजर नहीं आए. यहां तक शिवपाल के बेटे आदित्य भी नामांकन के दौरान नहीं पहुंचे थे.
शिवपाल ने डिंपल यादव को समर्थन का किया ऐलान
बुधवार (16 नवंबर) को प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को समर्थन देने का ऐलान किया। इस दौरान शिवपाल यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव की जीत सुनिश्चित करने की अपील की।
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