एनटी न्यूज, लखनऊ: कोविड संक्रमण के बीच मृत्यु प्रमाणपत्र के नाम पर रिश्वत खाकर नगर निगम लखनऊ के एक बाबू ने ढाई महीने में 15 लाख रुपये से ज्यादा कमाई की. भाजपा पार्षद विजय के मुताबिक जोन 6 में करीब 5000 लोग मरे, प्रत्येक के परिवारीजन से वसूले 300 रुपये वसूले गए हैं . नगर निगम प्रशासन ने आरोपित बाबू को इस काम से हटाकर जांच शुरू कर दी है. (Bribe for Death Certificate in Nagar Nigam Lucknow)
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नगर निगम में मृत्यु और जन्म प्रमाणपत्र के नाम पर घूसखोरी के आरोप पहले भी लगे हैं। मगर रिश्वत के जरिये इस कदर कमाई का ये पहला मामला सामने आया है. जिसमें आरोपित ने 15 लाख रुपये की कमाई की हो. पिछले दिनों मृत्यु प्रमाणपत्र बनने में जब जोन छह यानी कि पुराने लखनऊ में लोगों को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा, तो कुछ ने पार्षद विजय से इस बात की शिकायत की. शिकायत के बाद पार्षद ने अपने स्तर से पड़ताल की तो पता चला कि घूसखोरी का ये आंकड़ा 15 लाख तक पहुंच चुका है. आरोप है कि बिना 300 रुपये लिए किसी का भी मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं बनाया गया. प्रकरण की जांच जब नगर निगम प्रशासन ने की तो शुरुआत से ही आरोप सही पाए गए हैं. जिसके बाद आरोपित बाबू से मृत्यु प्रमाणपत्र का काम वापस ले लिया गया है. (Bribe for Death Certificate in Nagar Nigam Lucknow)
आरोपित बाबू का नाम अवधेश नारायण हैं. जोनल अधिकारी प्रज्ञा ने बताया कि जब पार्षद विजय गुप्ता की शिकायत पर आरोपित से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि कुछ लोगों से उसने घुस ली थी. जिसके बाद उसको काम से हटा दिया गया है. मृत्यु प्रमाणपत्र का पटल अब दूसरे कर्मचारी को आवंटित कर दिया गया है. जांच के बाद और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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