एनटी न्यूज, लखनऊः आर्य समाज मंदिर के जरिये लव जेहाद सुनने में ये बात अजीब लग रही है मगर है पूरी तरह से सच है. पिछले दिनों ठाकुरगंज में लव जेहाद का एक मामला सामने आया, जिसमें महिला आरोप है कि जिस व्यक्ति ने उससे शादी की उसने खुद को हिंदू बता कर उससे आर्य समाज मंदिर में शादी की थी. ऐसे में सवाल ये है कि एक मुसलमान ने किस आधार पर आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली. शादी जैसे अहम मुद्दे में बिना किसी पुष्टि के मुस्लिम का हिंदू से विवाह करवा दिया गया.
मंदिर नहीं बन गए मैरिज ब्यूरो
आर्य समाज मंदिरों के लिए सख्त नियम है कि यहां केवल हिंदू युगलों को ही विवाह हो सकता है. लखनऊ में करीब एक दर्जन आर्य समाज मंदिर हैं, जिनमें से कुछ की वेबसाइट भी उपलब्ध हैं. वेबसाइट का होमपेज खुलते ही आपको मैरिज ब्यूरो जैसा अनुभव होगा. मानो आर्य समाज मंदिरों का एकमात्र लक्ष्य ही शादी करवाना हो. वेबसाइट पर बाकायदा सर्विसेज विकल्प भी दिया गया है, जिसमें आर्य समाज विवाह और कोर्ट मैरिज रजिस्ट्रेशन कराने की भी सुविधा देने का दावा है. 4 से 5 हजार रुपए के खर्च पर शादी करवा दी जाती है. कई बार तो इन मंदिरों में स्कूल यूनिफार्म में आने वाली लड़कियों का भी विवाह करवा दिया जाता है.
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विशेष विवाह अधिनियम में हाईकोर्ट का फैसला बन रहा ढाल
दो अलग अलग संप्रदायों के लड़का लड़की के बीच विवाह को लेकर बनाया गया विशेष विवाह अधिनियम ढाल बन गया है. जिसमें विवाह के लिए आने वाले युगल को किसी भी तरह के नोटिस से मुक्त रखने की हिदायत दी गई है. ऐसे में अगर कोई भी युगल आर्य समाज मंदिर में शादी करने जाता है तो उनसे कोई खास पूछताछ नहीं की जाती है. अगर कोई जाली दस्तावेज लगा दे तो उसके आगे कोई सवाल नहीं पूछा जाता है.
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क्या है पूरा मामला
ठाकुरगंज थाने में लव जिहाद का एक मामला सामने आया है. एक महिला ने धर्मपरिवर्तन करने से इंकार किया तो अफजल नाम के एक युवक ने महिला को कमरे में बंद कर आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस और फायर बिग्रेड ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. महिला ने ठाकुरगंज थाने में केस दर्ज कराया है. ठाकुरगंज इलाके में रह रही महिला से मुस्लिम युवक मो. अफजल सिद्दीकी ने धर्म छुपा कर 13 फरवरी 2009 में शादी की थी. अफजल ने आर्य समाज मंदिर में खुद का नाम राजीव बताकर 12 साल पहले शादी की थी. महिला का आरोप है कि शादी के बाद उसे पता चला कि उसके पति का असली नाम मो. अफजल सिद्दीकी है. महिला के अनुसार अफजल ने खुद को अनाथ बताकर महिला को पहले झांसे में लिया था. इसके बाद नाम छिपाकर आर्य समाज मंदिर में शादी की थी. आरोप है कि अफजल चाहता था कि बेटे का खतना करवाया जाए मगर महिला ने इससे इंकार किया था. जिसके बाद में उसने घर में आग लगा दी थी.
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