40 लाख की आबादी वाले लखनऊ के 110 पार्षद भूल गए की कोई महामारी भी है
एनटी न्यूज, लखनऊः हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कोरोना को लेकर अनेक उपाय किए गए थे. बजट सत्र पेपरलेस हुआ था. ताकि कोरोना संक्रमण का कोई जरिया न बचे. इसके साथ ही विधायकों के बीच तय दूरी थी, सभी मास्क के साथ सदन में आए थे. सभी का कोरोना टेस्ट हुआ था मगर नगर निगम सदन की बात ही कुछ और है. ठेठ देसी अंदाज में निगम सदन चल रहा है. न तो कोरोना का कोई डर न ही मास्क की जरूरत. किसी पार्षद के चेहरे पर मास्क होना तो दूर की बात है, गले में भी नहीं लटक रहा है. बाकी शारीरिक दूरी के मानकों की तो धज्जियां उ़ड़ा ही दी गई हैं. इसी बीच में पार्षदों का महापौर संयुक्ता भाटिया के सामने जोरदार हंगामा जारी है. महापौर संयुक्ता भाटिया का मास्क गले पर लटक रहा था. केवल नगर आयुक्त का मास्क ही चेहरे पर था.
कलम से खबरों का खेल खेलने वाले जब क्रिकेट खेल रहे थे तब किसकी pawri हो रही थी
सड़क और सीवरेज के मुद्देे पर हमलावर रहे पार्षद
नगर निगम का सदन की बैठक रविवार को हो रही है.जिसमें राजधानी के सीवरेज और सड़क संबंधित मामलों को लेकर पार्षद हमलावर हैं, न केवल विपक्ष के पार्षद बल्कि पक्ष के भाजपा पार्षद भी बहुत चीख पुकार कर रहे हैं. ये सबकुछ महापौर संयुक्ता भाटिया के सामने हो रहा है. खासतौर पर जब छाया पत्रकारों का रुख किसी पार्षद की ओर होता है तब तो कुछ ज्यादा ही चीख पुकार हो जाती है. मगर इस सबके कोरोना काल का कोई भी कायदा मानो माननीय जन प्रतिनिधियों पर लागू नहीं हो रहा है. कोई मास्क नहीं लगाए हुआ है और सभी एकदम नजदीक बैठे हुए हैं. पार्षदों के कोरोना टेस्ट संबंधित कोई जानकारी भी नहीं है.
Be the first to comment on "विधानभवन से नगर निगम पहुंचते पहुंचते ऐसे गायब हुआ कोरोना"