मीडिया समीक्षाः दैनिक जागरण की नजर में शहर की बेटियां और अंगूर की बेटी बराबर

ऋषि मिश्र

दैनिक जागरण की नजर में क्‍या अंगूर की बेटी और शहर की बेटी में कोई अंतर नहीं है. पाठकों ने गुरुवार को महसूस तो कुछ ऐसा ही किया होगा क्‍योंकि जागरण के सात नंबर पेज पर प्रकाशित कॉलम अंदर की बात में इसका स्‍पष्‍ट इशारा किया गया है. लड़कियों के शराब पीने को लेकर इतने तंज किए गए हैं जैसे शराब पीना लड़कियों के लिए आम बात हो चुकी है. अगर हो भी गई तो क्‍या, लड़कों के शराब पीने पर तो ऐसा कुछ भी नहीं कहा जाता है. लड़कियों को महंगी न मिलने पर सस्‍ती ठर्रा पीने वाला इस कॉलम में लेखक ने लिख दिया है. पाठकों की नजर में ये घोर आपत्तिजनक है. इसके अलावा शहर केबाकी अखबार अधिकाशतः रूटीन पर ही छप निकले हैं. अधिक चर्चा की आवश्‍यकता नहीं है.

दैनिक जागरण- बंधन नहीं, वैकल्पिक हैं नए कृषि कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर आधारित जागरण की लीड खबर है. यूपी बोर्ड परीक्षाएं 24 अप्रैल से शुरू होनी हैं खबर दूसरी लीड है. कासगंज में सिपाही की हत्‍या करने वाला ढेर के अलावा केवल रूटीन की खबरें जिनके बारे में अधिकांश पाठक बुधवार को पूरे दिन में जान चुके थे, वे ही पहले पेज पर परोस दी गई हैं. स्‍थानीय खबर गोमती नगर और जापनकीपुरम में बढ़े जमीनों के दाम, जागरण के उप संपादक जमीन को जमीनों लिखना बंद नहीं कर रहे हैं. जमीन का कोई बहुवचन नहीं होता है. भूखंडों तो लिखा जा सकता है मगर जमीनों लिखने का कोई औचित्‍य नहीं है. स्‍थानीय पन्‍नों पर ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसका उल्‍लेख किया जाए. केवल पेज नंबर सात पर कॉलम अंदर की बात पर कुछ बात जरूर करनी है. अजय श्रीवास्‍तव की फोटो के साथ प्रकाशित कॉलम में साहब की सख्‍ती से आया पसीना, इसको पढ़ कर ये समझना पाठक के लिए मुश्किल है कि इसमें अंदर की बात क्‍या है. बैठकों में तो अफसर अधीनस्‍थों को लताड़ते ही हैं. दूसरा हिस्‍सा है बेटियों के नए शौक से हर कोई शर्मसार, इसमें लड़कियों के शराब पीने की आलोचना की गई है. इस हिस्‍से को पढ़ कर पिंक फिल्‍म का वह संवाद याद आ रहा है, जिसमें अमिताभ बच्‍चन कहते हैं कि शराब पीना लड़कों के लिए तो हेल्‍थ इश्‍यू है मगर लड़कियों के चरित्र पर सवाल उठा दिया जाता है. इस कॉलम में लड़कियों को अंगूर की बेटी की संज्ञा दी गई है. लिखा है कि लड़कियों को शाम की चाय बाद रात की दवा के बिना नींद नहीं आती है. पैसा हो तो महंगी नहीं तो ठर्रा में नींबू मिलाकर भी पी जा सकती है. लड़कियों के शराब पीने पर लेखक इतना आश्‍चर्य कर रहा है जैसे कि सरकार ने ये नियम बना दिया है कि लड़कियां शराब नहीं पी सकते हैं और आदमी जो चाहें वो करें. बार के बाहर हुए एक झगड़े के जरिये महिलाओं और लड़कियों को पूरी तरह से शराबी साबित कर दिया गया है.

अमर उजाला- यूपी बोर्ड परीक्षा, प्रधानमंत्री का संसद में भाषण, सिपाही की शहादत का बदला, माफिया का भाई मुठभेड़ में ढेर. यानी सबकुछ रूटीन ही पहले पेज पर भरा हुआ है. माई सिटी में पहले पेज का फ्लायर बच्‍चों के स्‍कूल खुलने को लेकर है. एलडीए ने जमीन का दाम बढ़ाया है, उस खबर को लीड बनाया गया है. खुद प्‍यासी गोमती कैसे बुझाए प्‍यास, अटक गए जलकल प्रोजेक्‍ट. ट्रक ड्राइवर के बेटे ने बनाया नेशनल रिकार्ड ये खबर भी अच्‍छी है.

हिंदुस्‍तान- हिंदुस्‍तान का पहले पेज लेकर अंदर तक आज रूटीनिस्‍तान नजर आ रहा है. होमगार्डों की हाजिरी मार्च से ऑनलाइन पहले छपी खबर है जो कि बाइलाइन छपी है. राजमार्गों पर आपात सेवा 15 मिनट में मिलेगी ये तो सरकार का काम ही है, इसमें क्‍या विशेष.ऐसे ही स्‍थानीय पन्‍नों पर भी केवल रूटीन खबरें ही नजर आ रही हैं. कुछ भी बड़ा विशेष नहीं दिख रहा है.

एनबीटी- बॉटम में सिपाही हत्‍याकांड की खबर फीरोजाबाद से है, पिता बोले बदला चाहिए, इस मामले में पुलिस ने एनकाउंटर में आरोपी को ढेर कर दिया था, ऐसे में बदले संबंधित खबर थोड़ी अटपटी लगी. अंदर लिखा है शहीद के शव का पोस्‍टमॉर्टम हुआ, ये लिखने की आवश्‍यकता क्‍या है. शव का तो पोस्‍टमार्टम होता ही है. एनबीटी ने पहले पेज पर नई फेमिना मिस इंडिया मानसा वाराणसी की तस्‍वीर छाप कर कुछ बढ़त ली है. बाकी रूटीन खबरें ही दिख रही हैं.एनबीटी के पेज नंबर तीन पर एक मार्मिक पैकेज है. इलाज के लिए बिलखती रही मां, गोद में मर गया बेटा. जीशान राइनी की इस खबर ने ट्रामा सेंटर की बदहाल व्‍यवस्‍था को सामने रख दिया है. किस तरह से एक आम आदमी इलाज के लिए तरसता है, उसको देख कर अब सरकार को जरूर कुछ न कुछ करना चाहिए. विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी, एमबीबीएस दाखिले को लेकर ठगी, जमीन के नाम पर ठगी, लोकल पांच नंबर पन्‍ना तो ठगी का विशेषांक हो गया है. जूनियर स्‍कूलों में खुशियों को छह नंबर पेज पर करीब आधा पन्‍ना समर्पित है.

टाइम्‍स ऑफ इंडिया- पैंगांग में सेनाओं के पीछे हटने को लेकर, ऑफ्टर 9 मंथ्‍स, इंडिया चाइना स्‍टार्ट डिस्‍इंग्‍जमेंट पद पैंगांग टीएसओ अलग लीड अपनी परंपरा के अनुसार टाइम्‍स ऑफ इंडिया ने ली है. कैन बाबूज डू एवरीथिंग, पीएम के बयान से अलग बात टीओआई ने निकाली हैं. बाकी देश, दुनिया और उप्र की रूटीन खबरें समाहित हैं.      

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