एनटी न्यूज, नई दिल्ली : इन दिनों जिस तरह से देश प्रत्येक प्रकरण में नरेंद्र मोदी समर्थन और विरोध पर बंट जाता है, कुछ इसी तरह से गुरुवार को भी हुआ. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी कांग्रेस में उपद्रव किया और भारत में सोशल मीडिया पर घमासान छिड़ गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही ट्वीट कर के इस पूरे मामले को लोकतंत्र के खिलाफ बता दिया मगर विरोधी इस बात पर अड़े रहे कि यह भी बताया जाए कि वे कौन लोग थे जो ट्रंप को जीतता हुआ देखना चाहते थे. जिसमें सबसे मुखर आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और पत्रकार रहे आशुतोष थे. उन्होंने इशारों इशारों लिखा कि आखिर वे लोग कौन हैं जो ट्रंप को जीतता हुआ देखना चाहते थे.
अमेरिकी संसद में हुए उपद्रव के बाद हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई और अनेक घायल हुए.यहां तक की एक ट्रंप समर्थक ने तो स्पीकर के माइक से चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप के जीतने की घोषणा कर दी थी. जिसके बाद हंगामा और अधिक बढ़ गया है. इस हादसे के बाद भारत में ट्वीटर पर ये नंबर एक पर ट्रेंड करने लगा. हर ओर से इस घटना को लेकर वाद विवाद शुरू हो गया. प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि वाशिंगटन से मिले समाचारों से व्यथित हूं. शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का हस्तांतरण किया जाना चाहिए.प्रजातंत्र की प्रक्रिया को गैरकानून विरोध के जरिये रोका जाना उचित नहीं है. मगर अमेरिकी में उपद्रव पर घेरने वाले प्रधानमंञी और उनके समर्थकों को घेरते रहे. आशुतोष ने लिखा ये भी याद रखना चाहिए कि कौन लोग थे जो ट्रंप को जीतते देखना चाहते थे. इस पर लोगों ने उनको इमरजेंसी की याद दिला दी.
Be the first to comment on "अमेरिकी कांग्रेस पर हमले के बाद भारत में मोदी पर निशाना"